परंपरागत मार्केटिंग (ट्रेडिशनल) और डिजिटल मार्केटिंग में क्या अंतर है ?
परंपरागत मार्केटिंग एक सशक्त माध्यम है जिसके द्वारा एक सदी से भी अधिक समय से व्यापारी अपने व्यवसाय का प्रचार प्रसार करते आये हैं | परंपरागत मार्केटिंग के लिए अख़बारों का, पम्फ्लेट्स का, होर्डिंग का, बैनर का, टेली-विज़न के विज्ञापनों का, रेडियो विज्ञापनों का, इवेंट्स करना और अन्य कई तरीकों का इस्तेमाल किया जाता है…